गंभीर संकट में है देश के सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थान
कृब्ण देव सिंह
रायबरेली। आज हर कोई भारत/ पाकिस्तान, हिंदू मुसलिम, अनुच्छेद 370 /नागरिक संशोधन विधेयक, एनआरसी,आदि विषयों पर चर्चा करने में व्यस्त है, लेकिन हमारे देश की मौजुदा सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थानों की आर्थिक परिस्थिति अत्यंन्त दयनीय है।सरकारी क्षेत्र के संस्थानों को इंसमें सुधार लाने के बजाय बेचने अथवा नीज क्षेत्र के प्रिय व्यापारियों के साथ भागीदारी करने का कार्य जारी है।विपक्ष की दयनीय स्थिति का भरपुर लाभ सत्ता घारी दल उठा रहें हैं:
*(1) वोडाफोन 50000 करोड के घाटे में है
*(2) एयरटेल को 23000 करोड की हानि है
*(3)बीएसएनएल को 14000 करोड की हानि है
*(4) एमटीएनएल को 5755 करोड की हानि है
*(5) पीपीसीएल 750 करोड की हानि में है
*(6) सेल को 6286 करोड की हानि में है
*(7) एयर इंडिया 4600 की हानि में खडा है
*(8) जेट एयरवेज 463 करोड की हानि में है
*(9) इंडिगो 621062 करोड की हानि में है
*(10) बीएचईएल 9219 करोड की हानि में चल रही है।
*(11) इंडिया पोस्ट 15000 करोड की हानि में है
*(12) जीएम इंफ्रा 561 करोड की हानि में है
*(13) य़स बैंक को 600 करोड की हानि मे है
*(14) यूनियन बैंक 1190 करोड की हानि में है
*(15) पंजाब नेशनल बैंक 475050 करोड के घाटे में है
*(16) एकसिस बैंक 112 करोड के घाटे में है
नीचे कुछ और जानकारियां---
*जेट एयरवेज बंद
*एयर इंडिया को 7600 करोड का घाटा
*बीएसएनएल 54000 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर सकता है
*आटो सेक्टर में 10 लाख कर्मचारियो की छुट्टी होगी*
*30 बडे शहरों में 12 लाख 76 हजार मकान नही बिक पा रहे हैं
*एयर सेल और डोकोमो मर चुके हैं
*जेपी ग्रुप विनाश के कगार पर
*भारत की सबसे ज्यादा लाभ पहुचाने वाली कम्पनी ONGC अब घाटे में जा रही है
*देश से लापता 36 भगोडे बडे कर्जदार
*कुछ कारपोरेट का 204 लाख करोड का कर्ज माफ
*सभी बैंकं बहुत घाटे में चली गई है
*देश पर,विदेशी कर्ज 500+ मिलियन डालर रेलवे बिक्री पर सबसे बडी कार बनाने वाली कम्पनी मारूति उत्पादन कम किया
*55000 करोड की कारें इंवेन्ट्री फैक्ट्री में खडी हैं *जिनका कोई खरीदार नही
*बिल्डर हर ओर दबाव डालते हैं कुछ आत्म हत्या कर रहे हैं फ्लेटस का कोई खरीदार नही
*कारपोरेटाइजेशन के अन्तर्गत OFBS जो 15 लाख से अधिक कर्मचारियों और परिवारों को भुकमरी के दरवाजे पर खडा कर दिया है।
*45 वर्षों मे सबसे अधिक बेरोजगारी
*अडानी को 5 हवाई अड्डे बेचे
*ज्यादातर घरेलु उद्योग संकट में
*वीडियो कोन की दीवालियापन
*सीसीडी के संस्थापक वीजी भारी कर्ज की वजह से आत्महत्या
*पार्ले जी जैसी प्रसिद्ध बिस्कुट कम्पनियां भारी घाटे की ओर अग्रसर
*बहुत से राष्ट्रीय बैंको को मर्ज कर दिया गया है, बहुत सी शाखाऐं बंद हो चुकी हैं, एटीएम कमरों की एक बडी संख्या में बंद और बंद होने के आसपास बहुत सारे औद्योगिक संस्थान हैं।
इन हालातों की मारदेश के लाखों नौजवानों पर भी पड़ रहा है जो रोजगार की तलास में दिनरात मारे _ मारे फिर रहें है। वेरोजगारी दिनोंदिन सुरसा की मुंह की तरह बढ़ती जा रही है लेकिन उनके लिए को३ि रास्ता नही खोजा जा रहा है।
लाभ कौन प्राप्त कर रहा है--
*रिलायंस जियो को 990 करोड का लाभ है
*अडानी को 102 करोड का लाभ है
देश की अर्थ०यवस्था दिनों_ दिन चौपट होती चली जा रही है।अपराघ में राष्ट्रव्यापी वृद्धि से पुरा भारत अराजकता की ओर अग़सर होने को है। लेकिन को३ि उचित हल निकलता नहीं दिख रहा है। हालात दिनोंदिन खराब और निराशाजनक होता जा रहा है।अगर विकास का यही तस्विर कुछ और वर्ष चले तो देश की हालात क्या और कैसा होगा?
*बुघवार मल्टीमीडिया नेटवर्क
गंभीर संकट में है देश के सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थान