उपेक्षा के चलते छोड़ी कांग्रेस, हमारे
नेता सिंधिया: बागी विधायक
संजय सक्सेना
बेंगलुरु। 17मार्च2020.बेंगलुरू के रमादा रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस के 22 बागी विधायकों ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कमलनाथ सरकार पर उपेक्षा के आरोप लगाए। बिसाहूलाल सिंह ने वरिष्ठ विधायकों की अनदेखी का आरोप लगाया तो गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि कैबिनेट ने सिर्फ छिंदवाड़ा को ही हजारों करोड़ रुपए आवंटित किए। हमने मुख्यमंत्री से कहा कि केवल इस पर चुनाव नहीं जीता जा सकता। जयपुर-भोपाल में ठहराए गए कांग्रेस के विधायकों को खुला छोड़ दिया तो वे भी हमारे पास बेंगलुरु आ जाएंगे।
राहुल गांधी ने हमारी बात नहीं सुनी, सभी उपचुनाव के लिए तैयारहै।गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पर अगर भोपाल में हमला हो सकता है तो हम पर भी हो सकता है। केंद्रीय सुरक्षा बल की उपस्थिति में हम शाम को ही भोपाल जा सकते हैं। 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर किए गए तो 16 के क्यों नहीं। हम सभी उपचुनाव के लिए तैयार हैं। विधायकों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के बाद हम राहुल गांधी के पास गए थे, हमने कहा हमारे साथ अन्याय हुआ है, लेकिन उन्होंने हमारी कोई बात नहीं सुनी। दिग्जिवय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा माफिया आज भी सरकार चला रहा है। राजपूत ने यह भी कहा, ''हमें किसी ने यहां बंधक नहीं बनाया है। जिस दिन से बेंगलुरु आए हैं, मीडिया में कई तरह की खबरें चल रही हैं, इसलिए आज अपनी बात रख रहे हैं। पिछले डेढ़ साल से हम मजबूर थे, इसलिए हमें सरकार का साथ छोडऩा पड़ा।ÓÓ स्पीकर के द्वारा इस्तीफा स्वीकार नहीं करने पर राजपूत ने कहा कि हमारी मांग है कि जैसे स्पीकर ने 6 इस्तीफे स्वीकार किए हैं। हमारे भी करें।
सरकार ने वचनपत्र पर अमल नहीं किया: इमरती
विधायक इमरती देवी ने कहा, ''मैं आज जो भी हूं, सिंधिया जी की वजह से हूं। सरकार ने वचनपत्र तैयार किया था, उस पर कोई अमल नहीं हुआ। मैंने मुख्यमंत्री से कहा था कि जब मेरे इलाके में काम ही नहीं हुआ, तो मुझे अब आगे चुनाव नहीं लडऩा।ÓÓ
माफिया चला रहा है प्रदेश : बिसाहू
बिसाहूलाल सिंह ने कहा, ''राहुल गांधी से बड़ा कोई नेता कांग्रेस में नहीं था। मैंने मुख्यमंत्री पद को लेकर उनसे बात की थी। सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कहा था। आज सबसे बड़ा माफिया प्रदेश को चला रहा है। कमलनाथ के व्यवहार से दुखी हूं। आदिवासियों के हित में कोई काम नहीं हुआ। बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि मैं 1987 से कांग्रेस विधायक हूं, मुझसे सीनियर विधानसभा में कोई विधायक नहीं है। जब मैं सीएम से बात करने जाता हूं तो बोलते हैं, चलो-चलो कल बात करेंगे। कमलनाथ ने एक भी आदिवासी को पट्टा नहीं दिया गया, आदिवासी को शादी पर कोई पैसा नहीं मिला। यह सिर्फ बोलते हैं, मैंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। बिसाहूलाल ने कहा कि कोरोना का इतना ही डर है तो वल्लभ भवन में भी छुट्टी करवा दीजिए। सबसे सीनियर नेता को मंत्री बनाया गया न ही विधानसभा अध्यक्ष।
मैं सीएम के लिए लड़ा, लेकिन धोखा मिला: राजवर्धन सिंह
राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि मेरे साथ धोखा हुआ, सीएम कमलनाथ मेरे क्षेत्र में कहकर आए थे कि आप विधायक को नहीं मंत्री को वोट दे रहे हैं। मुझे कुछ नहीं बनाया गया। राहुल गांधी ने भी हमारी बात नहीं सुनी। मैं लगातार सीएम कमलनाथ के लिए लड़ता रहा, लेकिन उन्होंने मेरे क्षेत्र पर कोई ध्यान नहीं दिया, मेरे साथ धोखा हुआ। इस सरकार में सबसे सीनियर नेता बिसाहूलाल सिंह को छोडऱक सुभाष यादव के बेटे को मंत्री बनाया गया, जमुनादेवी के रिश्तेदार को मंत्री बनाया गया और भी नेताओं के रिश्तेदारों को मंत्री बनाया गया, यह सही नहीं था।
दलालों की सरकार है : हरदीपसिंह डंग
हरदीपसिंह डंग ने कहा कि मंदसौर क्षेत्र से मैं विधायक हूं, किसानों के गोलीकांड के दौरान मैं वहीं था, राहुल गांधी आए लेकिन मुझे मिलने नहीं दिया। सीएम के पास हमारे लिए दो मिनट का भी समय नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ता की कोई सुनवाई नहीं होती और सीएम भी हमारी नहीं सुनते। डंग ने कहा कि यह दलालों की सरकार है, हमारे आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं होती थी, लेकिन अगर दलाल वहीं बात लेकर जाते तो उस पर कार्रवाई होती। उन्होंने कहा कि हमें यहां बंधक नहीं बनाया गया है।
वर्मा के कारण पार्टी छोड़ी: मनोज चौधरी
विधायक मनोज चौधरी ने कहा, मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के कारण पार्टी छोड़ी है। कोई एक काम मंजूर नहीं किया गया। रक्षा सरोनिया ने कहा- मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गई थी, मेरी बात तक नहीं सुनी गई। हमने जनता के लिए फैसला लिया है।
विधायक बोले, सीएम सारा पैसा छिंदवाड़ा में कामों पर लगाते रहे
बेंगलुरू में मौजूद विधायकों ने मीडिया के सामने आकर कहा कि हमें यह सूचना मिली कि हमें बंधक बनाया गया है, लेकिन आप लोग देख सकते हैं कि यह बात गलत है, हम स्वतंत्र है और अपनी मर्जी से यहां है। गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि जब चुनाव लड़ा गया तो दो चेहरे सामने लाए गए जिसमें कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया थे। इसके बाद सिंधिया जी की जगह कमलनाथ को सीएम बनाया गया। सीएम बनने के बाद उनका व्यवहार बदल गया, हमारे विधानसभा क्षेत्र के लिए उन्होंने कोई पैसा नहीं दिया। हर बार मंत्रियों की बैठक में छिंदवाड़ा में कामों के लिए पैसा लगाया जा रहा था। गोविंद सिंह ने कहा कि मैंने एक बार सीएम से कह दिया अब छिंदवाड़ा में काम करने के लिए कोई जगह नहीं बची होगी तो दूसरे क्षेत्रों में काम किया जाए। हम छिंवाड़ा के दम पर चुनाव नहीं जीते थे, बाकी क्षेत्रों में भी काम करके ही अगली बार सरकार बनाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका थी। हमारे साथी विधायक जो जयपुर में थे उनसे पूछ लिजिए, वह भी इनसे प्रताडि़त हैं।
विधायकों का फिटनेस टेस्ट भी हुआ
इससे पहले सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की संभावना के चलते सभी 22 बागी विधायकों का मेडिकल फिटनेस कराया गया है। कोरोना टेस्ट की स्क्रीनिंग के लिए 5 सीनियर डॉक्टरों की टीम 30 से ज्यादा किट लेकर पहुंची थी। सभी विधायकों का हीमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर ओर शुगर टेस्ट भी कराया गया। कुछ विधायक ने बेचैनी की शिकायत की थी। डॉक्टरों ने मेडिकल फिट घोषित कर दिया है। कोरोना निगेटिव पाया गया है। ये सर्टिफिकेट भोपाल पहुंच गए है।
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे: पीसी शर्मा
भोपाल में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, ''इस्तीफा देने वाले 16 विधायक अब सदन के सदस्य नहीं रहे। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट नहीं, भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाए, उस पर चर्चा होगी। शिवराज सिंह कह रहे हैं कि फ्लोर टेस्ट मे देरी होने से हॉर्स ट्रेडिंग हो जाएगी। अरे, आप तो पहले ही खरीद-फरोख्त कर चुके हो। उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।
बुघवार बहुमाध्यम समुह