मैं जानता हूँ

मैं जानता हूँ
चक्रव्यूह रचने वाले अपने
ही लोग थे,
कल भी यही सत्य था, आज
भी यही सत्य हैं।
 अपने खिलाफ
हो रही बातें को
खामोशी से सुनता हूँ
यकींन  है 
वक्त इसका
बेहतरीन 
जवाब सबको देगा।।
 जिन्होंने हमारा
संघर्ष देखा है वही
हमारे संघर्ष की कीमत
जानते है।
अन्यथा 
औरों के लिए मैं.किस्मत
वाला हूँ।।
शुभप्रभातम्!
-------*----*----*-----*--
कृष्ण देव (केड़ी) सिंह