गिरिराज जी के निधन से व्यथित हूँ

गिरिराज जी के निधन से व्यथित हूँ


     भोपाल।गिरिराज किशोर जी के निधन से उत्पन्न रिक्तता से  मैं व्यथित हूँ क्योंकि मैं उनका न केवल निर्यामत पाठक था वल्कि उनका स्थान मेरे मन में गुरू से कम नहीं है। मेरा दुर्भाग्य यहहै. कि जब भी मैं पटना गया ,उनसे मिलने/ सानिध्य प्राप्त करने की प्रयास / लालसा व्यस्तता के कारण पूर्ण नही कर पाया i उनके एक - एक आलेखों को मैं कई वार पढ़ता रहा हूँ और उससे शिक्षा प्राप्त करता हरहा हूँ । वे मेरे फेसबुक मित्र भी है ।उनके पोस्ट ने मुक्षे विशेष रूप से बिहार की सामाजिक,सांस्कृतिक तथा राजनीतिक विषयों को गहनता से जानने और समक्षने में जबरस्त मदद किया है। 
     महात्मा गांधी के जीवन पर रचित पहला गिरमिटिया जैसे महत्वपूर्ण उपन्यास के लेखक, वरिष्ठ कथाकार व उपन्यासकार, अकार पत्रिका के संस्थापक संपादक गिरिराज किशोर जी के निधन से भारतीय साहित्य और पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
केडीसिंह