झूठा निकला सोने का भंडार मिलने का योगी का दाव

झूठा निकला सोने का भंडार मिलने का योगी का दाव


बुघवार*स्ट्राइकर
           लखनऊ उत्तर प्रदेश 24फरवरी2020
उत्तर प्रदेश की ग़रीबी दूर करने और रामराज लाने का दावा करने वाली योगी सरकार औंधे मुंह गिरी है तभा सोने का भंडार मिलने की योगी  दाव  क्षुठा निकला ।इससे योगी सरकार की न केवल विश्वसनियता प्रभावित हुआ है र्वाल्क हंसी का पात्र भी बनी है।
        प्रदेश सरकार ने सोनभंद्र जिले में 3350 टन सोने का भंडार मिलने का दावा किया था और इसकी बाज़ार में कीमत 12 लाख करोड़ रुपये के लगभग बतायी थी। योगी सरकार का कहना था कि यह सोने का भंडार भारत में उपलब्ध कुल सोने से 5 गुना ज्यादा है लेकिन जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (जीएसआई) ने कहा है कि सोनभद्र से महज 160 किलो सोना निकाला जा सकता है। 
     इतना ही नही जीएसआई ने कहा है कि यह सोना बहुत औसत दर्जे का होगा और इसे निकालने की लागत सोने की वास्तविक क़ीमत से कहीं ज्यादा होगी। जीएसआई के इस बयान के बाद बैकफ़ुट पर आयी उत्तर प्रदेश सरकार ने  कहा कि सोने की इतनी मात्रा मिलने का दावा सही नहीं है। जीएसआई ने उत्तर प्रदेश सरकार के खनन विभाग के साथ मिलकर सोनभद्र में सोने सहित अन्य खनिजों की खोज का अभियान चलाया था। यह अभियान बीते दो दशकों से चल रहा है।
          उत्तर प्रदेश सरकार के खनन विभाग की ओर से कहा गया था कि सोने के इस भंडार से विंध्य क्षेत्र के इस पिछड़े जिले की ही नहीं बल्कि प्रदेश व देश की ग़रीबी दूर हो जाएगी। उत्साही खनन विभाग के अधिकारियों ने तो यहां तक कह दिया कि सोने की इस खान की नीलामी प्रक्रिया शुरू की जा रही है। 
        उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोनभद्र में कहा कि जहां सोने का भंडार मिला है वहां नाग देवता भी रहते हैं और नाग देवता हमारे भोले बाबा के गले का हार हैं। उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिले में सोने के अलावा यूरेनियम का भंडार मिलने की भी संभावना है।
       वैज्ञानिकों ने उड़ाई हंसी 
         प्रदेश सरकार के इस दावे के सामने आते ही सवाल खड़े होने लगे थे। भू-वैज्ञानिकों का कहना था कि प्रति टन अयस्क में कितना सोना मिल सकता है इसका अनुमान लगाए बग़ैर कैसे यह दावा कर दिया गया कि 3350 टन सोना मिलेगा। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने न तो सोने की ग्रेड बतायी और इसे निकालने की प्रक्रिया क्या होगी, यह भी नहीं बताया। जीएसआई ने साफ़ किया कि मीडिया में सोने की मात्रा व क़ीमत को लेकर चल रही ख़बरें गलत हैं और महज 3.03 ग्राम सोना ही एक टन अयस्क से मिल सकता है। 
     जीएसआई के निदेशक आशीष कुमार नाथ का कहना है कि बहुत मशक्कत के बाद कुल 160 किलो सोना निकाला जा सकता है। भू-गर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि सोना निकालने की लागत इतनी ज्यादा होगी कि उसके मुक़ाबले बाज़ार में मिलने वाला सोना सस्ता होगा। भू-वैज्ञानिकों का कहना है कि महज उपस्थिति के आधार पर सर्वे रिपोर्ट में खनिज के बारे में संभावना जतायी गयी और उसके आधार पर सरकार का इस तरह के दावे कर देना सही नहीं।
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