छापा की राजनीति से छ्त्तीसगढ़ में मचा हड़कम्प     . 

छापा की राजनीति से छ्त्तीसगढ़ में मचा हड़कम्प
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            कृब्णदेव.सिंह
     .रायपुर / १ फरवरी२०२०पिछले चार दिनों से रायपुर  भिलाई,रायगढ़ सहित कई स्थानों में जारी आयकर – ईडी की छापा का  सभी ठिकानों में आज  ख़त्म होने की संकेत मिली  है | अब जब्त माल के खुलासे का  इन्तजार है | लेकिन भाजपाके द्वारा इतने बडे पौमाने पर छापा की राजनीति करने से पुरे प्रदेश में हडकम्प मचा हुआ है। काग्रेस की पलटवार व मुख्यमंत्री भूपेश वघेल की कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी जी से लगभग आधे घंटे की मुलाकात से पुरा मामला अब दिल्ली ब संसद भवन के तरफ मुड़ता दिखने लगा है। खबर है कि झ्स मामले को लेकर कांग्रेस बहुत गंभीर है और कल २मार्च को संसद में प्रभावी ठंग से झ्स मुददे को उठाने वाली है। हलांकि  चर्चा झ्स वातकी भी है कि छापामार  टीम ने बड़े पैमाने पर कच्चे लेनदेन के दस्तावेजों के अलावा  कीमती ज़ेवरात और सिल्लियां बरामद की है | बैंको के लॉकर भी खंगाले गए है | लेकिन विभाग ने जब्त सामानों का ब्यौरा अभी नहीं दिया है | अंदेशा है कि  परिणाम.चौकाने वाले होंगे?
       आयकर विभाग द्वारा कई स्थानों और कारोबारियों के ठिकानों पर आज भी घंटों तक पड़ताल जारी रही | इसमें पूर्व चीफ़ सेकटरी विवेक ढांड, अनिल टूटेजा, गुरुचरण होरा , महापौर एजाज ढ़ेबर तथा प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल के परिजन भी शामिल है | बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित आवास पर उनके पति ने दस्तक दी थी | लेकिन घर में ताला लगा होने से वे बैरंग लौट गए | सौम्या के पति सौरभ ने मीडिया से चर्चा करते  हुए कहा कि उन्हें उन्हें जाँच अधिकारीयों को अपने घर दाखिल होने से कोई एतराज नहीं | उन्होंने छापे के दौरान उनका घर सील किये जाने को लेकर नाराज़गी जाहिर की |
        आज शाम होते होते उन दर्जन भर ठिकानों में भी आयकर ईडी की कार्यवाई समाप्त हो गई, जो ठिकाने चार्टेड अकॉउंटेड, बिल्डर,रेत कारोबारी और शराब के काम काज से जुड़े थे |  जाँच दल ने जमीन, शराब तथा रेत के कारोबार से अर्जित होने वाली रकम की बन्दरबाँट के तमाम समीकरण पर ध्यान केंद्रित रखा है |चर्चा है किआयकर के हथ्थे चढ़े आबकारी विभाग के सचिव अरुणपति त्रिपाठी ने अप्प्रोवर बनने की सहमति दे दी है | हालाँकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हो पाई है | फ़िलहाल वे ईडी के  कब्जे में बताये जा रहे है |  बताते है कि अरुणपति त्रिपाठी के बंगले से बरामद नगदी और अन्य सबूत मिलने के बाद उन्होंने आयकर – ईडी के सामने घुटने टेक दिए है | उन्होंने अपने बयानों में  आमदनी का काला चिटठा खोल दिया है | आशा है कि कल सोमवार को उन अफसरों और कारोबारियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हो सकता है, जो छापामार कार्रवाई में संदिग्ध पाए गए है |  ऐसे लोगो को कब्जे में लेकर ईडी अदालत में पेश कर सकती है |
   यू तो केंद्रीय आयकर टीम की छापामारी अधिकांश स्थानों पर पूरी हो गई है। लेकिन कुछ स्थानों पर जांच अभी भी जारी है। छापेमारी वाले प्रत्येक स्थलों से  आयकर अधिकारी बैगों में नगदी और दस्तावेज भरकर निकले हैं। कुछ लोगों के बंगलों से दीवारें तोड़कर विदेशी मुद्राओं की बरामदगी के साथ कुछ अफसर 40 से ज्यादा बैग और दस्तावेज लेकर अलग-अलग फ्लाइट से दिल्ली रवाना हुए तथा  दस्तावेजों से दुबई और सिंगापुर में भी प्रॉपर्टी बनाने का पता चला है !
    आयकर विभाग की  चौथे दिन भी जारी कर्रवाई का दायरा पुराने छापों की कर्रवाई पूरा करने के बाद अब और आगे बढ़ता जा रहा है ! इस बीच रायपुर के शंकर नगर गोलछा अपार्टमेंट में रहने वाले  कारोबारी विकास अग्रवाल, मंजीत सिंह और राजेश अग्रवाल जैसे  नाम भी सामने आए है ! विकास अग्रवाल के 3 फ्लैट पर आयकर की टीम ने दबिश दी। यहां दो फ्लैट को छोड़कर एक को सील कर दिया गया है। इस कारोबारी के फ्लैट से लाखों के जेवरात मिलने की खबर मिली है। चौंकाने वाली बात यह है कि, छापेमारी के दौरान विकास अग्रवाल ,मंजीत सिंह और राजेश अग्रवाल भी अपने ठिकानों में छापेमारी के बाद फरार बताए जा रहे हैं ! कारोबारी होने के साथ विकास अग्रवाल ने बड़ी कॉलोनी डेवलप की है ।
जबकि सीएम भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित आवास से ताला खुलवाने की 28 और 29 फ़रवरी की नाकाम कोशिशों के बाद आयकर अधिकारीयों ने उसे सील कर दिया 
पूर्व मुख्य सचिव और रेरा के अध्यक्ष विवेक ढांढ के घर पर चल रही छापामार टीम की जांच कार्रवाई भी खत्म हो गई है। उनके यहां तीन दिन तक लगातार उनके निवास पर जांच-कार्रवाई जारी थी। महापौर एजाज ढेबर के घर जांच कार्रवाई कल  पूरी हो गई थी। होटल व्यवसायी गुरूचरण होरा के घर में की जा रही दस्तावेजों की जांच भी पूरी हो गई है।
      राजधानी रायपुर में इन छापेमारी के पहले लक्ष्मी मेडिकल से पौने आठ करोड़ सरेंडर करवाने के बाद आयकर विभाग द्वारा जगदलपुर और रायगढ़ में भी छापे में मोटी रकम सरेंडर करवाई गई। जगदलपुर शहर में टैक्स चोरी मामले में चार ठिकानों में आईटी की दबिश के बाद दो ठेकेदारों,एक डॉक्टर और 1 हार्डवेयर व्यापारी ने करीब साढ़े 12 करोड़ स्र्पये आयकर विभाग के समक्ष सरेंडर करवाने को मजबूर किया गया !पूर्व पार्षद अफरोज अंजुम, वरिष्ठ सीए कमलेश जैन और संजय संचेती बिल्डर के यहां जांच शुरू की, तो इन प्रभावशाली लोगों के यहां जांच पूरी कर आयकर टीमें लौट गई हैं। इनके यहां हुई जब्ती पर आयकर विभाग खामोश बना हुआ है। विभाग ने प्रदेश में सभी बैंकों के रीजनल मैनेजरों को ई-मेल किया है कि जिनके यहां भी जांच चल रही है, उनके खातों का डीटेल आयकर विभाग को दिया जाए। हालांकि छापों में 100 करोड़ रुपए कैश और भारी मात्रा में जेवरात मिलने का हल्ला है।इघर कांग्रेस से जुड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग की  की ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद कांग्रेस में गुस्सा बढ़ा तो 29 फ़रवरी को आयकर दफ्तर का घेराव किया ! कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार की लगातार हार की बौखलाहट और प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कार्रवाई करार दिया ! जबकि भाजपा की ओर से इसे कांग्रेस की घबराहट बताया ।
*बुघवार बहुमाध्यम समुह