रमन सरकर के हुणरवाज
हुक्मरार्णो की छुट्टी तय
*बुघवार*समाचार
रायपुर / 4मार्च२०२०.केन्द्रीय आयकर विभाग की टीम द्वारा रायपुर तथा भिलाई में चले पांच दिवसीय छापों के वाद अब यह तय होता दिख रहा है कि डा० रमन सिंह
सरकार मेंभरपुर शिक्षण,प्रशिक्षण हुणरवाजों पर गाज गिरने की संभावना बड़ती जा रही है जिसकी शुरूयात रेरा प्रमुख विवेक ढाड़ से होने की संभावना वलबती हो गई है।इसी क्रम में अस्ण मरकाम आदि का नम्बर लगेगा।समक्षा जा रहा है कि प्रशासनिक शल्यक्रिया करने की जिम्मेदारी वर्तमान मुख्यसचिव आर पी मंडल को सौपी जा चुकी है।
छत्तीसगढ़ में रेरा की कुर्सी पर जमे पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांड की छुट्टी की अटकले तेज हो गई है | पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उन्हें इस कुर्सी पर बैठाया था | रियल स्टेट रेगुलेटिंग अथार्टी के चेयरमेन के पद पर विवेक ढांड की ताजपोशी के लिए इस पद को तत्कालीन सरकार ने आठ महीने से भी अधिक वक्त तक खाली रखा था | हालांकि लम्बे समय से रेरा का पद खाली होने के चलते लोगों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था | तब जाकर तत्कालीन बीजेपी सरकार ने इस पद ढांड की नियुक्ति की थी |
छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासनिक गलियारों में सनसनी पैदा करने वाले पांच दिवसीय आयकर-ईडी के छापों से रेरा चेयरमेन की कुर्सी भी हिल गई है | बताया जाता है कि इस पद से विवेक ढांड की विदाई लगभग तय है | इससे पहले कि विवेक ढांड और उन्ही की नक्सेकदम पर चलने वाले नौकरसाहों की कार्यप्रणाली को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार और किसी नई मुसीबत से घिरे , इससे पहले उनके विदाई पर जोर दिया जा रहा है |
चर्चा है कि कई आईएएस , आईपीएस और आईएफएस अफसरों के अलावा पूर्ववर्ती बीजेपी और वर्तमान कांग्रेस सरकार से जुडी कई महत्वपूर्ण फाइल-दस्तावेज ढांड के आवास में पाए गए है | दस्तावेजों से भरी यह आलमारी आयकर-ईडी ने सील की है | इस आलमारी में रखे दस्तावेजों की पड़ताल के लिए इसे जल्द ही आयकर मुख्यालय भेजे जाने की तैयारी है | सिर्फ आयकर-ईडी की रेड ही नहीं बल्कि समाज कल्याण विभाग में हुए एक हजार करोड़ के कथित घोटाले की सीबीआई जांच को लेकर भी विवेक ढांड ने छत्तीसगढ़ सरकार की मुसीबते बढ़ा दी है | इस मामले में भी इस माह के आखिरी हफ्ते में छत्तीसगढ़ सरकार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामे के तहत अपना जवाब सौंपना है |
छत्तीसगढ़ में पांच दिनों तक चली पहले दौर की छापे की कार्रवाई पर CBDT ने पहली बार जो जानकारी दी वो काफी हैरत वाली है | बताया जाता है कि छापे के दौरान कुछ जिम्मेदार अफसरों के आवास एवं कब्जे से कई गोपनीय फाइलें तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज मिली है ।CBDT ने प्रेस नोट में यह भी जाहिर किया कि इन अफसरों के कब्जे से आपत्तिजनक दस्तावेज और फर्जी शैल कंपनियां , नौकरों के नाम पर खाते , छोटी कंपनियों के नाम पर सैड़कों एकड़ बेशकीमती जमीने , पद का दुरूपयोग कर रहे लोक सेवकों की अवैध वसूली हवाला , इलेक्ट्रानिक डेटा के प्रमाण मिले है |आयकर विभाग ने अब तक के छापों में 150 करोड़ से ज्यादा के अवैध लेनदेन का खुलासा कर अंदेशा जाहिर किया है कि यह आंकड़ा कई गुना अधिक भी हो सकता है | फ़िलहाल जांच जारी रखने का हवाला देते हुए CBDT ने घेरे में आये अफसरों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए है |
बताया जाता है कि विवेक ढांड के आवास से आयकर-ईडी की टीम ने बड़े पैमाने पर दस्तावेज सीज किये है | एक जानकारी के मुताबिक ढांड के आवास और उनके चाटर्ड एकाउंटेंट कमलेश जैन के ठिकाने में दस्तावेजों से भरी एक-एक बड़ी आलमारी में “पीओ” लगाया गया है | सूत्र बता रहे है कि इस आलमारी में रखे दस्तावेज पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ही नहीं बल्कि मौजूदा कांग्रेस सरकार के लिए मुसीबत भरे हो सकते है | उधर कई आईएएस , आईपीएस और आईएफएस अफसरों ने ईडी-आयकर की कार्रवाई को देखते हुए विवेक ढांड से किनारा कर लिया है | राज्य की कांग्रेस सरकार भी अब नौकरशाहों के निजी-व्यक्तिगत मामलों पर अपनी टांग नहीं फंसाना चाहती |
*बुघवार बहुमाध्यम समुह