स्कारात्मक बदलाव
बुधवार *स्ट्राइकर
सच बताऊँ तो
ईमानदारी, वफ़ादारी और ज़िद- इन तीन कमियों के चलते लोग अपने जीवन में बहुत नुकसान उठाते हैं,
मैंने भी उठाया है!लेकिन सत्य यह हैं कि झ्न
तीनो को एक साथ मिला दे तो उसूल बनता और उसूलों से समझौता नही करा जा सकता।आजकल अपनी बनती के आगे लोग इसको ताक पर रखकर सफलता की सीड़ी चड़ते हैं परन्तु जो अडिग रहता है वो नुक़सान ही उठाता है या यूँ कहे कही फ़ायदा नही उठा पाता क्यूँकि हर जगह वह ग़लत और सही सोचता है।
पर अब मुक्षे खुशी है कि जिवन के लम्बे अनुभव और थपेडे ने मुक्षमें तभा मेरे व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने लगा है।
केड़ी सिंह