ऐसे घर्म प्रचारकों का क्या किया जाय?

ऐसे घर्म प्रचारकों का क्या किया जाय?
बुघवार *स्ट्रारकर


 नालन्दा सेजो. खबर आई है उसने धर्म प्रचारकों की मानसिकता ,उनकी घूर्तता और बेहियायी को दर्शाने वाला तो है ही लेकिन साथ में घर्मान्धता व रूढ़ीवादी सोच और विकृत मनोवृति को भी दर्शाता है। इस तरह की प्रवृति को बढ़ावा न मिले,इसके लिए शासन और प्रशासन को बहुत शख्त कदम उठाने की आवश्कता है।लेकिन चुनावी वर्ष में बिहार की नीतीश सरकार ऐसा करने की हिम्मतकर पावेगा ,इसमे संदेह है। वैसे भी उनके नेतृत्व के विस्द्ध सर्वाघिक आक्रामक व अक्रमन्य सरकार के सहयोगी भाजपा व उनके समर्थक ही सिद्ध हो रहे है।
         नालन्दा जिले में  शेखपुरा के अहियापुर मस्जिद में मिले चार धर्म प्रचारकों की बेजा हरकतों से पावापुरी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी परेशान हो गए हैं। इन चारों को यहां आईसोलेशन सेंटर में लाया गया है, तबसे ये लोग हर आने-जाने वाले डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी को गाली दे रहे हैं। उनसे खाने-पीने की आपत्तिजनक चीजें मांग रहे हैं। ये चारों 21 मार्च के पहले दिल्ली से लौटे हैं।


शेखपुरा पुलिस इनकी हकीकत पता लगा रही है। इधर, इन चार धर्म प्रचारकों के दुर्व्यवहार से रात भर में ही डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी परेशान हो गए । इनका सैम्पल कलेक्ट करके कोरोना संक्रमण की जांच के लिए पटना भेजा जाना था। लेकिन विम्स के आईसोलेशन सेंटर के नोडल डॉक्टर पुरुषोत्तम ने कहा कि अगर ये लोग इसी तरह असहयोग करते रहे तो सैम्पल लेना भी सम्भव नहीं हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इन लोगों की गंदी हरकत से अस्पताल के डॉक्टर और नर्स परेशान हो गई।


डॉक्टर पुरुषोत्तम ने बताया कि बहुत मुश्किल से मस्जिद से निकाले गये चारों धर्म प्रचारकों में से एक का सैम्पल जांच के लिए लिया जा सका है और उसे पटना भेजा गया है। इस व्यक्ति को 102 डिग्री बुखार और सर्दी-खांसी है। शेष तीनों में कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण अभी तक नहीं मिले हैं।
       शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र के अहियापुर मोहल्ले के मस्जिद में रह रहे 4 धर्म प्रचारकों को पुलिस ने वहां से कोरन्टीन सेंटर बरबीघा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया है और एक संदिग्ध कोरोना वायरस की संभावना पर सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेज दिया गया है।
     हालांकि सोशल मीडिया पर तबलीगी जमात से चारों के जुड़े होने की अफवाह तेजी से  फैली परंतु जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इस अफवाह को फर्जी करार देते हुए इस पर रोक लगा दी ।इस संबंध में जिलाधिकारी इनायत खान ने बताया कि मोहल्ले के लोगों ने से मिली सूचना में मस्जिद में चार लोगों के रहने की सूचना मिली जिसके बाद पुलिस के द्वारा सभी चारों को वहां से मेडिकल टीम के साथ लाया गया और चारों लोगों को बरबीघा रेफरल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।
  उधर पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि मस्जिद में 4 धर्म प्रचारक नालंदा नवादा इत्यादि जगहों से धर्म प्रचार करते हुए यहां रह रहे थे ।21 मार्च से यह लोग यहीं रह रहे थे और स्थानीय लोगों की सूचना पर सभी को यहां से निकालकर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया ।। 4 लोगों में से एक बेगूसराय का रहने वाला है जबकि दो दरभंगा जिला का और एक उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला है।
  सभी लोग दिल्ली से यहां आए हैं परंतु तबलीगी जमात निजामुद्दीन से संबंध नहीं है उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस ब्यूरो से मिली सूची में बिहार में 86 लोगों के तबलीगी जमात से आने की सूचना दी गई है। उनमें से इन चारों का नाम नहीं है। 
बुघवार समाचार सेवा