गैस पीड़ितों पर COVID-19  का कहर

गैस पीड़ितों पर COVID-19  का कहर 
     संजय सक्सेना
भोपाल शहर में पिछले 2 दिनों में COVID-19 से 2 और मौते हुई है | अब शहर में मौतों का आंकड़ा 9 पर पहुँच गया है |  | अभी तक शहर की COVID-19 की वजह से हुई 100% मौते गैस पीड़ितों की है | 68  साल के श्री  एम.एस. कुरैशी की मृत्यु 23 अप्रैल को AIIMS में हुई | यह जुमेराती के निवासी थे एवं गैस पीड़ित भी थे | इन्हे पहले से ही उक्त रक्तचाप, पैरालिसिस जैसे समस्या थी और वह AIIMS में COVID-19 का इलाज 19 अप्रैल से ले रहे थे | 60 साल के श्री अब्दुल गफ्फार की मृत्यु 24 अप्रैल की रात AIIMS में हुई | यह बाग़ उमराव दूल्हा के निवासी थे और गैस पीड़ित भी थे | इनका COVID-19 का इलाज 3 अप्रैल से AIIMS में चल रहा था | यह आलू प्याज के थोक व्यपारी थे और शहर के COVID-19 के पहले केसस में से थे | इन्हे भी शुगरक की बीमारी थे एवं ब्रैन स्ट्रोक से भी ग्रसित रह चुके है |  कल इनकी पत्नी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है | इसके अलावा इनके बेटे का भी इलाज चिरायु में चल रहा है 
21 मार्च गैस पीड़ित संघठनो ने सभी अधिकारियों को लिख कर यह बताया था की अगर गैस पीड़ितों पर विशेष ध्यान नही दिया जाएगा तो इसकी वजह से गैस पीड़ित की मौत होगी। 23 अप्रैल को भी राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों एवं ICMR के अधिकारियों को COVID-19 से हुई मौतों का आकलन करते हुए यह बताया था कीCOVID-19 से मरने वाले सभी गैस पीड़ित थे सभी पुरुष थे, 9 में से 8 व्यक्ति 50 साल के अधिक उम्र के थे 9 में से 8 व्यक्तियों को पुरानी बीमारी जैसे शुगर, उक्त रक्तचाप, कैंसर, TB, फैफड़े, किडनी या हृदय की समस्या थी9 में से 4 व्यक्ति अस्पताल के बाहर या गेट पर ख़त्म हुए, 3 व्यक्ति भर्ती करने वाले दिने ही ख़त्म हुए एवं 2 व्यक्ति ही थे जिनका इलाज पहले से अस्पताल में COVID-19 में चल रहा था. सभी 9 मृतकों को उनकी COVID+ की रिपोर्ट या फिर कोई मेडिकल दस्तावजे नहीं दिया गया सभी 9 मृतक के सोर्स ऑफ़ इन्फेक्शन का पता नहीं चला है इसके अलावा गैस पीड़ित संगठनो ने सरकार और जिला प्रशासन को ठोस कदम उठाने के लिए भी गुहार की थी जिसमे जांच को तर्कसंगत नीति से की जानाबिना लक्षण के लोगो की जांच की जाना क्योंकि उन्हें से ही फ़ैल रहा है जो स्वास्त्य कर्मी या फिर वो लोग जो ज्यादा लोगो के संपर्क में आते है उनकी जांच की जाना  (जैसे खाना बांटने वाले, सफाई कर्मी, आदि)कोविद-19 संक्रमित को उसकी रिपोर्ट दी जानाजो गैस पीड़ित अपने घरो में पुरानी  बीमारी से मर रहे है उनकी जांच की जाए ताकि कोविड-19 से मरने वालो की सही संख्या आ सके, ICMR की संस्था NIREH द्वारा उन गैस पीड़ितों को चिन्हित किया गया है जिनको फेफड़े, हृदय, मस्तिष्क, किडनी एवं कैंसर की समस्या है उन सभी की त्वरित स्क्रीनिंग एवं जांच NIREH द्वारा की जाए  मजदूरी करने वाले गैस पीड़ित मजदूरों को राशन दिया जाए 5000 गैस पीड़ित विधवाए जिनकी पेंशन पिछले 3 माह से बंद है उनकी पेंशन चालू की जाएडर खत्म करके स्थानीय लोगो के साथ मिलकर विश्वास पैदा किया जाए ताकि शारीरीक दूरी जैसे संकल्पना का पालन किया जा सके।
बुघवार वहुहमाध्यम समाचार सेवा