राहुल गांधी विश्व के दुरदर्शी नेताओं में शामिल

राहुल गांधी विश्व के दुरदर्शी नेताओं में शामिल
 
कृब्ण देव (केडी) सिंह
            काग्रेसके पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी का नाम विश्व के गिने चुने दुरदर्शी नेताओं में गिना जाने लगा ।उन्होंने कोरोना-19के मामले में लगातार सर्तकता वरतने और लगातार रचनात्मक सुक्षाव देकर अपने आपकों एक  विश्व नेता के रूप में भारत को पहचान दिलाई है। विश्व स्वास्थ्य संघठन ने भी राहुल जी को एक  दुरदर्शी नेता के रूप में प्रतिपादित किया है !
           अब मौजूद कोरोना संकट पर राहुल गाँधीऔर नरेन्द्र मोदी की प्रतिक्रिया की विश्व स्तर पर खुब चर्चा हो रही है। दोनों नेताओं की कुछ प्रतिकिया देखिए-


राहुल जी - 
             12 फ़रवरी -
कोरोना वायरस हमारे लोगों और हमारी अर्थव्यवस्था को बेहद गंभीर खतरा है। मेरी समझ है कि सरकार इस खतरे को गंभीरता से नहीं ले रही है। समय पर कार्रवाई महत्वपूर्ण है। 
                  3 मार्च 
हरेक राष्ट्र के जीवन में ऐसे क्षण आते हैं जब नेताओं की जांच होती है। सच्चा नेतृत्व वायरस द्वारा भारत और इसकी अर्थव्यवस्था पर आने वाले विशाल संकट को टालने पर पूरी तरह केंद्रित रहेगा। 
              5 मार्च 
स्वास्थ्य मंत्री का यह कहना कि भारत सरकार ने कोरोना वायरस को नियंत्रण में कर लिया है, टाइटैनिक के कप्तान द्वारा यात्रियों को यह कहने की तरह है कि घबड़ाएं नहीं, जहाज डूब ही नहीं सकता है। 
समय आ गया है कि सरकार एक कार्ययोजना घोषित करे जो संकट से निपटने के लिए ठोस संसाधनों से समर्थित हो। 
           (स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने 3 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस कर एक चिकित्सक और मंत्री होने के नाते लोगों से अपील की थी कि कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से लोग मुंह पर मास्क लगाकर न घूमें, डर न फैलाएं।)
              13 मार्च 
मैं इसे दोहराता रहूंगा। कोरोना वायरस एक विशाल समस्या है। समस्या को नजरअंदज करना समाधान नहीं है। अगर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो भारतीय अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाएगी। सरकार गंभीरता को समझ नहीं रही है। इसके साथ उन्होंने 12 मार्च का अपना ट्वीट भी शेयर किय था। 
                    21 मार्च 
कोरोना वायरस हमारी नाजुक अर्थव्यवस्था पर जोरदार प्रहार है। छोटे और मध्यम स्तर के कारोबारी तथा  दिहाड़ी मजदूर सबसे बुरी तरह प्रभावित होगा। ताली बजाने से उन्हें सहायता नहीं मिलेगी।  सिर्फ विशालकाय आर्थिक पैकेज से लाभ होगा जिसमें सीधे नकद ट्रांसफर, टैक्स ब्रेक और कर्ज के पुनर्भुगतान का स्थगन शामिल हो।   
        और इसके अलावा राहुल गांधी ने कई बार पत्रकारों से बात की और आज प्रेस वार्ता भी की ।


अब मोदी जी 
         फ़रवरी की शुरुआत से लेकर 12 मार्च तक कोरोना से सम्बंधित मोदी जी का एक भी बयान या कार्यवाही कहीं दिखी हो तो बताएँ....हाँ 19 फ़रवरी को वो बिहार चुनाव के मद्देनज़र लिट्टी चोखा खाते हुए फ़ोटू ज़रूर ट्वीट करते हैं।ख़ैर उसके बाद 25 फ़रवरी को 1.25 लाख लोगों के साथ अहमदाबाद में “नमस्ते ट्रम्प “ करते हैंजबकि पूरा विश्व में अलर्ट हो चुका था ।
उसके बाद ये 24 मार्च तक MP में सरकार गिरवाने और बनवाने का खेल चला।
बुघवार बहुमाध्यम समाचार सेवा