दिल्ली बिधानसभा चुनाव में बिहार की घमक

दिल्ली बिधानसभा चुनाव में बिहार की घमक


कृब्ण देव सिंह
     नई-दिल्ली I विधानसभा चुनाव भले ही दिल्ली की हो रही है लेकिन वहां भी "बिहार की जोरदार घमक." सुनाई दे रही है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की तरफ बिहारी मूल के परिवारों के क्षुकाव को मोड़ने 'के लिए तीन दलों ने बिहार की तिकड़ी या यूं कहें कि "क्षा तिकड़ी"के हवाले कर दी है तो भाजपा ने भोजपुरी गायक ब सांसद मनोज तिवारी(बिहारी) को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर चुनाव की कमान थमा दिया है। यही काम कांग्रेस ने जाने माने क्रिकेट खिलाड़ी व दरभंगा (बिहार) के पूर्व सांसद तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व श्री भागवत क्षा आजाद के पुत्र कीर्ति क्षा आजाद को सौपकर किया है।इतना ही नही कांग्रेस ने अपने कुल40 स्टार प्रचारकों की सूची में लोकसभा के पूर्वअध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार तभा जाने माने फिल्मी स्टार अर्थात बिहारी बावु शत्रुधन सिन्हा को सामिल कर अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है।
     दिल्ली चुनाव में भाग्य आजमा रही कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति की बागडोर जहाँ पूर्व सांसद कीर्ति क्षा आजाद के जिम्मे है,वहीं बिहार में सत्ताघारी दल जदयू ने दिल्ली का चुनाव प्रभारी प्रदेश के जल संसाधन मंत्री संजय क्षा को बनाया ह्रै।यही नहीं,बिहार में प्रमुख विपक्षी दल राजद ने भी राज्य सभा सदस्य व पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज क्षा को चुनाव प्रभारी बनाकर चुनावी मैदान में उतार दी है। राजद और जदयू जहाँ अपने विस्तार पर जोर दे रही है,वहीं काग्रेस एकबार फिर दिल्ली की सत्ता पर काबिज होना चाहती है ।दिल्ली में भारी सख्या में पूर्वाचली विशेषकर बिहारी मूल के मतदाता हैं,को सभी राजनीतिक दल अपने - अपने तरीके से योजना बनाकर लामबंद करने का प्रयास कर रहें है।
     दिल्ली में विशेष रूप से अत्तरी- पश्चिमी ,उत्तरी- पूर्वि और दक्षिणी दिल्ली इलाके में बिहारी मूल के मतदाताओ का भरमार है। पिछलेदिनोंबदरपुर में जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक आम सभा कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर चुके हैं। जदयू ,भाजपा और लोअपा की गठबन्धन है जिसमें कुल70सीटों में से भाजपा 67सीट पर,जदयू दो सीट पर और लोजपा एक सीट पर चुनाव लड़ रही है।गैरतलब है कि हाल में हुए क्षारखण्ड  विधान सभा चुनाव में जदयू अकेले चुनाव मैदान में उतरी थी,हलांकि उसे सफलता हाथ नहीं लगी । इस बीच राजद,काग़ेस के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है।
    दिल्ली में बिहार और पूर्वांचल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। बताया जाता है कि दिल्ली की लगाभग 25-30सीटों पर पूर्वाचंल और बिहार के मतदाताओं का जबरदस्त प्रभाव है। यही वजह है कि सभी राजनीतिक दल बिहारी मतदाताओं पर खास नजर रख रही है। ३न्हीं कारणों से आप,भाजपा,कांग्रेस,जदयू ,राजद तभा लोजपा झ्न मतदाताओं की अपनी ओर रणनीति बनाकर आकर्षित करने का प्रयास कर रही है।इघर भाजपा और राजग के  उसके भागीदार जदयू तभा लोजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए औपचारिक स्प  से गठबन्घन की घोषणा करते हुए कहा है कि इससे देश भर में मजबूत राजनीतिक संदेश जावेगा।हलांकि भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली ध्म ने सीएए को लेकर मतभेद का हवाला देते हुए भाजपा के गठबघन में दिल्ली का चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है। दिल्ली में राजग गठबन्धन में चुनाव लड़ने की घोषणा से जदयू को लेकर लगाये जा रहे तरह _तरह की अटकलें भी फिलहाल समाप्त हो गई है।
*बुघवार मल्टीमडिया नेटवर्क