मैं पत्रकार के अतिरिक्त सामाजिक एंव राजनैतिक उत्प्रेरक हूँ: .कृब्ण देव (केड़ी)सिंह
आदरणीय पाठकगण/ शुभचितक वृन्द / मित्रगण/अनुजगण/ सामाजिक बन्धु- वान्धव एंव माँत्रीशाक्ति!
पिछले कुछ दिनों से मुक्षसे सामाजिक माध्यमों,व्यक्तिगत सम्पर्को तथा अन्यान्य माध्यमों के सहारे कई तरह की जानकारी / स्पष्टीकरण मांगी जा रही है। कई लोगों ने समालोचना/ आलोचना भी की है।मै हृदय से सभी का आभारी हूँ ।मैं निज स्तर पर सभी को अपना शुभचिन्तक / मार्गदर्शक मानता हूँ और मेरा सभी से निवेदन/ आग़ह है कि कृपया अपना स्नेह बनाये रखे।
मुक्षे एक- एक को उनके प्र१नों का उत्तर/ स्पष्टीकरण देने में कुछ व्यवहारिक दिक्कत है ,झ्सलिए यह सार्वजनिक पत्र लिखा है। मैं सबसे पहले स्पष्ट कर दूं कि मेरा जन्म स्थली ( जन्मभूमि) भिलाई नगर( छ्त्तीसगढ़) तथा कर्मस्थली रायपुर( छत्तीसगढ़) है।भोपाल(मध्यप्रदे१ा) मेरी पत्रकारिता और सामाजिक कार्यो का केन्द्र है।मेरा जन्म सनातन कश्यप गोत्री सूर्यवंशी शाक्त क्षत्रिय कुर्मी कुल के घमैला(मराठों की विस्थापित ) उपशाखा में हआ है ।मेरा पैतृक सम्बन्ध नालन्दा (बिहार)के एक पूर्व जमींनदार ब स्वतत्रता संग्राम सेनानी प्रतिष्ठित किसान पारिवार से हैं।मुक्षे इस वात का गौरव प्राप्त है कि मेरे स्वर्गवासी दादा एंव पिता ने कभी भी और किसी भी स्तर पर इसका समाजिक / राजनैतिक / आर्थिक लाभ लेने का तनिक भी उपक्रम नहीं किया है। मैं अपने कुनवा ( वंश वृक्ष) के जीवित कुल24भाइयों में सबसे ज्येष्ठ हूँ i झ्सलिए मैं अपने वंशवृक्ष का सामाजिक एंव नैतिक रन्प से अघोषित संरक्षक हूँ।
मैं अपने पोस्ट में अपना मत रखता हूँ। मैं जन्म से कुर्मी किसान हूँ और मैं अच्छी तरह जानता और मानता कि मैं और मेरा परिवार कुर्मी क्षत्रिय ही रहेंगे।मुक्षे भी अन्य हिन्दुओं/ हिन्दुस्तानियों की तरह ही जननी,जन्मभूमि,कर्मभूमि और पितृभूमि पर गर्व है और मैं भी अपने देश /समाज / जाति और वंशवृक्ष पर गौरव करता हूँ।मैं निःसन्देह पेशे से पत्रकार हूँ व शिक्षा से स्नातक आभियन्ता तथा पीढ़ी दर पीढ़ी की परम्परा के अनुस्प ही मै वर्ष1977से ही कांग्रेस पार्टी और उसकी राजनीतिक विचारधारा से भी जुडा हूँ।
मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि मेरी निजता का उलंघन करने का हक किन्ही को नही है।जहाँ तक सम्भव है मैं अपने बिचारो से देश / राज्य/ समाज और जाति के उत्प्रेरक के रूप में.भी कार्य करते रहता हूँ।मेरा निज कार्यक्षेत्र के केन्द्र में छत्तीसगढ़/ मध्यप्रदेश/ बिहार तथा रष्ट्रीय राजघानी नई - दिल्ली है ।मेरा निश्चित मान्यता है कि बिचारो के लेनदेन से ही समाज का उत्थान सम्भव है
जो बिचार ठीक हो उसे कृपया अपनाये और जो ठीक न लगे उसे छोड़कर आगे बढ़े।
शुभकामनाओं सहित।
आपका स्नेहपात्र
कृब्ण देव (केड़ी) सिंह
समुह सम्पादक,बुघवार बहुमाध्यम समुह
व सामाजिक एंव राजनैतिक उत्प्रेरक
भोपालदिनांक25अप्रेल2020,भोपाल