महाभारत शुरू हो चुका है

महाभारत शुरू हो चुका है
कृब्ण देव (केड़ी) सिंह
मजदूरों की दुर्दशा पर मुस्कुराने वालों महाभारत शुरू हो चुका है।लॉक डाउन की घोषणा करते समय मज़दूरों की संभावित दुर्दशा को ध्यान में नहीं रखा क्योंकि दूरदर्शी सोच का अभाव था। अगर कारोबार बंद होने की स्थिति में मजदूरों को उनके गांव पंहुचाने की तैयारी कर ली गई होती तो  आज सारी ताक़त उनकों सकुशल घर पंहुचाने में नहीं लगी होती ।मई महीने की तपती धूप और गर्मी से लपलपाती सड़कों पर चलते लोगों को देखकर बगलों में सरकारी और बेसरकारी नेता अभी र्ता मुस्कुरा लो ।लेकिन सावघान रहना।मजदूरों की आह / प्रतिशोघ तुम्हें कहीं का रहने नही देगी।
*स्ट्राइकर