मुर्गी व अण्डा के मामले मेंशासन स्थिति करे

मुर्गी व अण्डा के मामले मेंशासन स्थिति करे
बुघवार*स्ट्राइकर
 रायपुर .8अप्रेल 2029.पोल्ट्री उत्पाद कोरोना संक्रमण से सुरक्षित, खाद्य सुरक्षा और स्थायी प्राधिकरण (एफएसएसआई) ने की पुष्टि करने की सामाजिक माघ्यमों में चलाई / फैलाई जा रही खबरों को लेकर आम जनताभ्रमित हो रही हैक्योकि अभी तक छत्तीसगढ़ सहित पुरे देश में आम धारना यही है कि शाकाहारी भोजन सुरक्षित है।कोरना से बचनेके लिए शाकाहारी भोजन करने की सलाह पर आम जनता विश्वास कर इसका पालन कर रही है।अब यदि शासन द्वारा अधिकृत स्प से जब तक इस खबर की पुस्टी न हो जावे तबतक मांसाहारी  भोजन करनाकिसी भी दृष्टि से सुरक्षित नहीं माना जा सकता है।क्योंकि ऐसी खबरों को जारी करने का उद्येश्य मुर्गी और अण्डा वयवसाय में लगे व्यापारीयों को फायदा पहुँचाना भी हो सकता हैा
     रायपुर से एक समाचार पोर्टलद्धारा जारी समाचार में कहा गया है कि.कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि में मद्दगार के लिए उत्तम प्रोटीन युक्त भोजन लेना जरूरी है। इसके लिए अण्डा और चिकन खाने से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। अण्डा एवं चिकन प्रोटीन का सबसे सुरक्षित और सस्ता स्त्रोत है। पशु स्वास्थ्य के लिए कार्य करने वाले विश्व संगठन (ओ.ई.आई.) ने बताया है कि अण्डा व चिकन खाने और कोरोना संक्रमण फैलने में कोई संबंध नहीं है।छत्तीसगढ़ शासन के पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि केन्द्रीय एवियन अनुसंधान संस्थान (सी.ए.आर.आई.) ने पाया है कि भारतीय पोल्ट्री उत्पाद खाने के लिए सुरक्षित है। भारत सरकार ने पोल्ट्री उत्पादों को कोरोना संक्रमण फैलाने में शामिल नहीं पाया गया है। इसी प्रकार खाद्य सुरक्षा और स्थायी प्राधिकरण(एफ.एस.एस.आई.) द्वारा अण्डा और चिकन खाने से कोरोना नहीं फैलने की पुष्टि की है।


बुधवार समाचार सेवा