एक_पत्र_विद्यार्थियों_के_नाम -----

एक_पत्र_विद्यार्थियों_के_नाम -----


मेरे सभी विद्यार्थियों के लिए --


प्रिय बच्चों एवं साथियों ,
स्नेहमयी आशीर्वाद ,


आप सभी स्वस्थ्य और प्रसन्न रहें ।


 (21 मार्च2020) पूरे संसार में दिन और रात बराबर है । समानता का सन्देश देता और  परिवर्तन की आगह करते पर्व "बसन्त_विषुव "की हार्दिक शुभकामनाएं ।
आज समूचा विश्व ,  कोरोना नामक महामारी से संघर्ष कर रहा है । । हमारा देश भी इससे अछूता नहीं रहा ।हम सबको भी इस संषर्ष का सामना करना होगा । 
 चिकित्सक ,वैज्ञानिक ,विशेषज्ञ इससे बचने का कारगार  उपाय तलाश रहें दिन-रात अनुसंधान , खोज में लगे हैं ।
अब सवाल  है कि हम संघर्ष कैसे करें ?
 इस संघर्ष के लिए हमें किसी अस्त्र-शस्त्र उठाने की जरूरत नहीं हैं । किसी युद्ध स्थल में नहीं जाना है ।जरूरत है संयम बरतने की ।     किस तरह का संयम बरतें ? 
  जरूरत है आपने आप से लड़ने की ,अपनी आदतों को नियंत्रित करने की । अपने ही घर में रहकर संघर्ष करना है ।


बच्चों आप सबकी परीक्षा हो गयी है । बची परीक्षाएं आगामी तिथि तक के लिए स्थगित कर दिया गया है ।
। इस महामारी के भयावह परिणाम का आंकलन करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा  सभी शिक्षण संस्थाएं को आगामी आदेश पर्यंत तक बन्द करने का निर्देश  दिया गया है । साथ ही इस निर्देश का सख्ती से पालन करने का आदेश है। इसके साथ ही जीवन रक्षक दुकानों और अस्पताल पानी बिजली  सुरक्षा जैसे आवश्यक सेवा वाले दफ्तर खुले रहेगें । बाकि सभी कार्यालय अनिवार्य आवश्यकता अनुसार कार्य करेंगे ।सभी प्रकार के धार्मिक स्थल भी बंद रहेंगे ।
सरकार के इस कड़े कदम से ही हमें समझ लेना चाहिए कि इसका दूरगामी दुष्प्रभाव कितना त्रासदी पूर्ण हो सकता है ।
अतएव हम सब लोगों को भी जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए ,बिना प्रश्न प्रतिप्रश्न किए सरकार के साथ चलना होगा । चिकित्सकों(डॉक्टरों) विशेषज्ञों के सलाह को मानना होगा 


आप लोगों के द्वारा व्हाट्सएप समूह में कोरोना वायरस के सम्बंध में लगातार पोस्ट साझा किया जा रहा है ।विश्वास है आप केवल साझा ही नहीं कर रहे हैं बल्कि इसे पढ़ भी रहे होंगें । आप सब जान चुके हैं कि ये कोरोना वायरस क्या है? स्पर्श से  कैसे फैलता है ?
अतएव आप सबसे अनुरोध है । आप घर से बाहर न निकले । बहुत जरूरत होने पर ही निकले ।बहुत भीड़ -भाड़ वाली जगहों पर न जाए । लोगों से हाथ न मिलाएं ,न गले मिलें ।सम्मान पूर्वक दोनों हाथ जोड़कर नमस्कार करें ।अभिवादन करें ।  बात करते समय कम से कम एक मीटर का फासला रखें ।चटपटे व्यंजनों की मांग करने वाली जिव्हां को नियंत्रण में रखें । घर में  माँ के हाथों से बना स्वादिष्ट  गरमा-गरम भोजन करें । होटल रेस्टोरेंट खोमचे वाले के तले भुने चीजों को खाने से परहेज करें ।
मांसाहार से दूरी बनाए । शुद्ध शाकाहार को अपनाएं । स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें । जब आवश्यकता हो हाथ अच्छी तरह धोएं ।कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ को अच्छी तरह सभी ओर मलते हुए धोएं ।जैसा कि आपको हाथ धुलाई की प्रक्रिया विद्यालय में  बताया गया है । कही बाहर से आने पर जूते चप्पल बाहर ही निकाल कर घर के अंदर प्रवेश करें । सबसे पहले हाथ मुँह धोए ।तत्पश्चात दूसरा काम करें ।
घर से बाहर निकलते समय मुँह नाक को किसी साफ कपड़े में ढँक कर निकले । किसी को सर्दी खांसी जुकाम हो तो उससे विशेष दूरी बनाए रखें । इसके साथ ही किसी को सांस लेने में तकलीफ हो ,सूखी खाँसी , बुखार हो तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें । हेल्प लाइन न. 1100 और 104 में सम्पर्क कर वस्तु स्थिति से अवगत करावें । आपके आस-पास कोई विदेश से आया हो तो तुरंत जानकारी दें । 
 चलो छुट्टी है तो दोस्तों के साथ /सहेलियों के साथ किसी उद्यान या और कहीं घूम आएं ऐसा  कार्यक्रम  कदापि न बनाय  । ऐसे कर आप स्वयं और अपने साथी , परिवार और अन्यों  का जीवन जोखिम में डाल देंगें।
बच्चों आप सोच रहें होगें आप तो हमें घर में कैद कर रहीं है  , घर पर ही रहना है तो ऐसी छुटी किस काम की ,ये तो सजा है ।
तो बच्चों आपको ये छुट्टी घूमने के लिए नहीं आपके स्वास्थ , सुरक्षा के लिए है कोरोना वायरस से बचाव के लिए है 
।हमें यही संयम बरतना है घर में ही  रहना है ।
ऐसे करके हम देश के प्रति एक जिम्मेदारी निभा रहे हैं ।
स्वयं को अपने परिवार अपने स्वजनों को जोखिम से बचा रहे हैं ।
           घर में हम कैद नहीं है । घर के भीतर भी  हमारे पास बहुत से सुखद मनभावन काम है । हमें एक अवसर मिला है ।
अपने घर की सफाई करने का , धूल जमीं हुई पुरानी कापी किताबों  से धूल हटाकर बात करने का । माता पिता भाई बहन के साथ सुखद पल बिताने का । भागमभाग भरी जिंदगी से अलग  सुकून के पल बिताने का । माता-पिता के काम में हाथ बंटाने का ,सहयोग करने का ,उनके श्रम को जानने का अवसर है । उनकी चाहत को समझने का अवसर है । उनके अनुभवों को सुनने का अवसर है । घर के पेड़ पौधों से बात करने का अवसर है । पर्यावरण को स्वछ और संवर्धित करने का अवसर है ।भाई बहनों के साथ रूठने मनाने ,प्यार मनुहार का अवसर है । स्वयं से बात करने का अवसर है । कॉपी ,किताब ,कलम ,पेंसिल से खेलने का अवसर है ।
कुल मिलाकर जिंदगी को जीने ,जानने और समझने का अवसर है ।
तो प्यारे बच्चों कुछ सृजन कीजिए   ।  पेन पेंसिल से खूबसूरत चित्र बनाइए , कॉपी में मन की बात लिखिए । घर की पुरानी बेकार पड़ी चीजों को नया रूप दीजिए । पुरानी कॉपी किताब को पलटकर पढ़कर  मधुर यादों को ताज़ा कीजिए । कुछ गुनगुनाइए , कभी मन करे तो नाच लीजिए । फुर्सत के क्षण कुछ घरेलू खेल -तिरिपासा , भटकूल , शतरंज ,व्यापार ,साँप-सीढ़ी आदि ,थोड़ा रस्सी कूदें , सुबह शाम प्राणायाम अनुलोमविलोम ,भस्त्रिका भ्रामरी कीजिए ।  रेडियो सुनिए ,दूरदर्शन का  मजा लीजिए ।जो आपको अच्छा लगे वह कीजिए । अपने स्मार्ट फोन के माध्यम से दीक्षा एप पर जाकर थोड़ा पढ़ाई भी कर लीजिए इससे पढ़ाई का क्रम भी बना रहेगा । 
चलिए रविवार 22-03-2020 से हम सब जनता कर्फ़्यू का पालन करेंगें ।  आगे भी इसका पालन करते रहेंगें ।
संयम बरत कर कोरोना वायरस को निष्प्रभावी बनाएंगे ।
याद रखें -- ये_संघर्ष_है_जिंदगी_बचाने_की 
 न_डरना_है_न_डराना_है_
लेकिन_सतर्कता_में_कोई_कमी_नहीं_आने_देना_है_।
सतर्कता_ही_सुरक्षा_है ।


चलते-चलते --
         विद्यालय परिवार की ओर से अपने जीवन को जोखिम में डालकर ,निष्काम भाव से कर्तव्य वहन करने वाले चिकित्सक उनका पूरा स्टॉफ , सुरक्षा देने वाले सुरक्षा कर्मी , गन्दगी से छुटकारा दिलाने वाले  स्वछता कर्मचारी , अन्न उगाने वाले श्रमजीवी और ऐसे विषम परिस्थिति में काम करने वाले सभी सम्माननियों को सादर नमन ,शुभकामनाएं ।


आज के लिए बस इतना बाकि फिर कभी ।
आप सभी स्वस्थ और प्रसन्न रहें । दीर्घायु हो ।
आने वाले भारतीय नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
जयहिन्द !!!!!
तुम सबकी शुभाकांक्षी --
वर्षा ठाकुर ,
भिलाई (छग)